ड्रामा कभी ख़त्म नहीं होता बल्कि और पेचीदा होता जाता है। अंजना शशांक के प्रति अपने आकर्षण को दबा नहीं पा रही और अपने रिश्ते के रोमांच में खोई हुई है। अब उमंग और समारा साथी बन गए हैं। सिद्धि अपने शो पर अपने पिता को बुलाती है। क्या इससे उनके बीच के मतभेद सुलझ पाएँगे? क्या दामिनी इस बार अपनी ज़िंदगी संभाल पाएगी या उसे वक्त के बहाव के साथ बहना होगा? एपिसोड के आख़िर में एक प्यारा सा सरप्राइज़ मिलेगा।
Name | Type | Role | |
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Devika Bhagat | Writer | ||
Prabal Punjabi | Guest Star | Amit Mishra | |
Nupur Asthana | Director |