डॉ. प्रभात की विश्वसनीयता तब बुरी तरह प्रभावित होती है जब उन पर दोनों विरोधी राजनीतिक गुटों सेमेलजोल रखनेका आरोप लगाया जाता है, जिससेगाँव के लोग उन पर और भी संदेह करनेलगतेहैं। जब उनका पेशेवर संघर्ष व्यक्तिगत चुनौतियों सेटकराता है, तो उन्हें अब तक की सबसे कठिन परीक्षा का सामना करना पड़ता है—यह साबित करनेकी कि वह यहाँ राजनीति केलिए नहीं, बल्कि लोगों की भलाई केलिए हैं।